Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

जैनवाद


Q. जैनवाद में पूर्ण ज्ञान को निम्न रुप में उल्लिखित किया गया ?
(A) जिन
(B) रत्न
(C) कैवल्य
(D) निर्वाण

ANS: = (C) कैवल्य।

जैनवाद में पूर्ण ज्ञान को 'कैवल्य' की संज्ञा दी गई हैं। महावीर के विषय में कहा गया हैं कि 12 वर्षों की कठोर तपस्या व साधना के पश्चात जृम्भिक ग्राम के समीप ऋजुपालिका नदी के तट पर एक साल वृक्ष्य के निचे कठोर तप के उपरांत उन्हें 'कैवल्य' प्राप्त हुआ। कैवल्य प्राप्ति के पश्चात वे 'केवलिन', 'जिन', 'अर्हत' तथा 'निर्ग्रन्थ' कहलाये।

आपको यह पोस्ट अच्छी लगी और यह आपके के लिए जानकारी युक्त हो तो इसे 3 लोगो के सांथ और Share कीजिये, जिससे उन तक भी यह जानकारी पहुँच पाए।

कमेंट करके जरूर बताये यह Post आपको कैसी लगी ?

ऐसे ही रोचक और Unique खबरों के लिए आप हमें हमारे Telegram Chanel और Facebook Chanel पर follow कर सकते हैं, जिससे आपको नयी - नयी Notification और जानकारी मिलती रहे। या आप हमारे Blog Chanel  को Subscribe  कर सकते हैं, जिससे आपको नयी - नयी Notification और जानकारी मिलती रहे।
Telegram में Join होने के Telegram में Knowledge&Masti search कीजिये, और ज्वाइन हो जाइये। या आप हमारे Whatsapp Group पर भी जुड़ सकते है।

Facebook group = https://www.facebook.com/KnowledgeMasti-101093118306686/

Whatsapp group = https://chat.whatsapp.com/BcqeXkft4Rp6PHSzs7K6Ma

Post a Comment

0 Comments